कोष्ठक का प्रयोग वाक्य के अंतर्गत किसी पद का अर्थ देने या स्पष्ट करने के लिए किया जाता है; जैसे—
- भाषण (बोलना) और श्रवण (सुनना) भाषा के आधारभूत कौशल हैं।
कोष्ठक का प्रयोग वाक्य के अंतर्गत किसी संदर्भ प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है; जैसे—
- गोदान (प्रेमचंद, 1936)
कोष्ठक का प्रयोग क्रम संख्या इंगित करने के लिए किया जाता है; जैसे—
- (1) संज्ञा, (2) सर्वनाम, (3) विशेषण
कोष्ठक का प्रयोग भाव या मनोदशा को करने के लिए किया जाता है; जैसे—
- शिखा (कंपित स्वरों में) : महाकुंभ में मची भगदड़ के कारण कुछ लोग हताहत हुए हैं।
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- पाद टिप्पणी चिह्न / तारक चिह्न — (*)